आज तो अघोषित आपातकाल है, PM मोदी पर भड़के खरगे कहा-‘अब ये संविधान बचाओ की बात कर रहे, खुद को विश्वगुरु मानते हैं जबकि…

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे(Mallikajun Kharge) ने आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर केंद्र सरकार और बीजेपी शासित राज्यों में आयोजित कार्यक्रमों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी हमारी संविधान बचाओ यात्रा से चिंतित है, इसलिए वह इस घटना का जिक्र कर रही है. खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संबंधों पर तीखा व्यंग्य किया. उन्होंने कहा कि मोदी खुद को विश्वगुरु मानते हैं, जबकि ट्रंप यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध को रोकने में मदद की. खड़गे ने स्पष्ट किया कि असलियत यह है कि ट्रंप आपको डराने का काम कर रहे हैं, और आप उनके चुनावी प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ‘संविधान हत्या दिवस’ का नाटक कर रही है.

खरगे ने यह भी कहा कि भले ही आपातकाल समाप्त हो गया हो, लेकिन मोदी सरकार के तहत एक ‘अघोषित आपातकाल’ जारी है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कारण आज संविधान संकट में है, और यह भी कि आपातकाल के 50 साल बाद संविधान की रक्षा की बात करना एक विडंबना है.  उन्होंने आरोप लगाया कि विफलताओं को छिपाने के लिए यह नाटक रचा गया है. खरगे ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि आपातकाल तो उन्होंने लाया था, जो समाप्त हो गया, लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में निर्वाचन आयोग एक कठपुतली के रूप में कार्य कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोई भी भारतीय यह नहीं भूल सकता कि आपातकाल के दौरान संविधान की भावना का उल्लंघन कैसे किया गया. उन्होंने अपनी सरकार की संवैधानिक सिद्धांतों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दोहराया. आज महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और आर्थिक संकट के मुद्दों पर इनके पास कोई ठोस उत्तर नहीं है. काला धन वापस लाने का वादा किया गया था, लेकिन वह कहां है?

उन्होंने कहा कि जो लोग आज संविधान की रक्षा की बात कर रहे हैं और बार-बार इमरजेंसी का जिक्र कर रहे हैं, उनका संविधान निर्माण में कोई योगदान नहीं रहा है. खड़गे ने यह भी स्पष्ट किया कि जो मुद्दे समाप्त हो चुके हैं, उन्हें बीजेपी अपने लाभ के लिए फिर से उछालने की कोशिश कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए ऐसे बयान दे रही है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों ने देश की स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में कोई भूमिका नहीं निभाई, वे हमेशा संविधान के खिलाफ बोलते रहे हैं. उन्होंने उल्लेख किया कि बाबा साहेब अंबेडकर, पंडित जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने मिलकर एक संविधान तैयार किया था, जिसे उन्होंने लंबे समय तक परिश्रम करके बनाया. इसके बावजूद, उन लोगों ने राम लीला मैदान में उस संविधान को जलाने का कार्य किया और बाबा साहेब, नेहरू तथा गांधी जी की तस्वीरों को भी नष्ट किया.

उन्होंने अंबेडकर और नेहरू द्वारा तैयार किए गए संविधान को रामलीला मैदान में जलाया. इसके साथ ही, उन्होंने अंबेडकर, नेहरू और गांधी की तस्वीरें भी जलाईं. उनका तर्क था कि इस संविधान में हमारी पारंपरिक संस्कृति के तत्व, जैसे मनुस्मृति, शामिल नहीं हैं, इसलिए वे इसे मान्यता नहीं देते.

खरगे ने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए मीडिया की स्वतंत्रता के मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि पूर्व के सभी प्रधानमंत्रियों ने मीडिया से संवाद किया और उनके सवालों का जवाब दिया, जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री केवल चुनिंदा लोगों से बात करते हैं और सवालों की सूची पहले से तय होती है. खरगे ने यह भी उल्लेख किया कि चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन सरकार की तैयारी पहले से ही शुरू हो चुकी है. उन्होंने चुनाव आयोग को कठपुतली करार देते हुए महाराष्ट्र में हाल ही में हुए चुनाव परिणामों पर सवाल उठाया, यह बताते हुए कि जब वोटर लिस्ट में वृद्धि सामान्यतः 5 प्रतिशत होती है, तो अचानक 6 से 8 प्रतिशत की वृद्धि कैसे संभव हुई.

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