इंफाल। मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों पुलिस और सेना की मदद से हिंसा की आग को शांत किया गया था, लेकिन एक बार फिर वहां आगजनी और खूनी खेल शुरू हो गया है। बीती रात बिष्णुपुर जिले में कुछ उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय के तीन लोगों की हत्या कर दी।
कई घरों में आगजनी
उपद्रवियों ने हिंसा के साथ कई घरों में आग भी लगा दी। पुलिस ने कहा कि मैतेई समुदाय के बफर जोन को पार कर कई लोग घुस आए और उन्होंने वहां गोलीबारी की। बिष्णुपुर के क्वाक्टा क्षेत्र के पार केंद्र सरकार के आदेश के तहत बफर जोन बनाया गया है।
फायरिंग के साथ पुलिस के हथियार लूटे
बीते दिन भी बिष्णुपुर में हमला हुआ था और उपद्रवियों ने इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के बटालियन मुख्यालय में में तोड़-फोड़ कर हथियार चुरा लिए। असॉल्ट राइफलों के साथ पुलिस के कई हथियार और करीब 19000 गोलियां चोरी की गई हैं।
सुरक्षा बलों के साथ झड़प
उपद्रवियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने भी कई राउंड फायर किए। हालांकि, उपद्रवियों के हमले में कई सुरक्षा कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने इसके बाद हालात काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। घटना के बाद इंफाल के कई इलाकों में कर्फ्यू में दी गई ढील वापस ले ली गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि हिंसा के चलते इंफाल के दो जिलों क्वाक्ता और चुराचांदपुर में सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक कर्फ्यू में दी गई छूट अब घटाकर सुबह 5 से 10.30 बजे तक कर दी गई है।
पुलिस ने अफवाहों से बचने की अपील की
मणिपुर में हिंसा दोबारा शुरू होने के बाद पुलिस ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि गोलीबारी और हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुई है और भीड़ ने बिष्णुपुर के कीरेनफाबी और थंगलावई में पुलिस चौकी पर हमला किया और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा लूट लिया।
पुलिस ने इसी के साथ जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने और फर्जी वीडियो से सावधान रहने की अपील की है। पुलिस ने लोगों को फर्जी वीडियो की रिपोर्ट करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया।