पटना. नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को समन जारी किया है. ईडी ने लालू यादव को 27 दिसंबर जबकि तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है.
बता दें कि आज जमीन के बदले नौकरी मामले में दिल्ली की CBI कोर्ट में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के ऊपर आरोप तय होने थे, लेकिन यादव परिवार कोर्ट में पेश नहीं हुआ. अब ED ने इसी मामले में पूछताछ के लिए यादव परिवार को समन भेजा है. लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के कोर्ट में पेश न होने के बाद अगली सुनवाई 6 जनवरी को होनी है.
आपको बता दें इस मामले में यादव परिवार के साथ 17 आरोपियों पर आरोप तय होने हैं. ED ने ‘लैंड-फॉर-जॉब’ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की पूछताछ करने के लिए RJD सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को 20 दिसंबर बुधवार को को समन भेजा. समन में ED ने RJD नेता और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए शुक्रवार 22 दिसंबर को पेश होने के लिए बुलाया है. RJD सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव को इस मामले में पूछ-ताछ के लिए 27 दिसंबर को बुलाया गया है.
CBI के आरोप मुताबिक लालू यादव जब रेल मंत्री थे 2004 से 2009 के बीच तो उनके कार्यकाल में नौकरी देने के नाम पर ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाला हुआ था. आरोप है कि इस घोटाले में रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से जमीन और प्लॉट रिश्वत के तौर पर लिए गए. CBI ने अपनी जांच के बाद लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती, और पत्नी राबड़ी देवी के खिलाफ 18 मई को मुकदमा दर्ज किया. लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले आवदकों से अपने घर वालों के नाम पर जमीनें लीं है. CBI ने इस घोटाले में कुछ 17 लोगों को आरोपी बनाया है.