दिल्ली के जंतर-मंतर पर इंडिया गठबंधन की रैली रैली हो रही है . इसमें आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, सपा, TMC सहित अन्य दलों के नेता पहुंचे हैं. ये रैली जेल में बंद दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए की जा रही है.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “तानाशाही सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा, ये नैतिक या राजनीतिक समर्थन नहीं संघर्ष है. हम खरगे जी, सोनिया जी और राहुल गांधी की तरफ से समर्थन देने आएं हैं, कांग्रेस का एक-एक सिपाही आपका साथ देगा. अदालत ने मामले में पाया कि मेरिट में कुछ भी नहीं और जमानत दे दी लेकिन ये लोग अरविंद केजरीवाल से इतना डरते हैं कि हाई कोर्ट में दो लोगों से डरकर अपील कर दी.”
अखिलेश यादव का बड़ा बयान
अखिलेश यादव ने कहा, “न आप पार्टी का कार्यकर्ता डर रहा है न समाजवादी लोग डर रहे हैं. हम लोग लड़ने का ही रास्ता है तो हम लड़ने का रास्ता चुनेंगे. जब कभी भी हम लोग सत्ता में आएंगे ऐसी संस्थाओं को खत्म कर देंगे. हमारे संविधान में झुठा फंसाना नहीं लिखा है, लेकिन BJP का कौन संविधान है जिसमें झूठा फंसा देते हैं. सुनीता जी लड़ रही हैं. वो अपनी जिम्मेदारी निभा रही है. हम उनके साथ हैं. हमें पूरा भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा. हमें उम्मीद है कि न्यायालय उन सभी नेताओं को न्याय देगा जिनको झूठे केस में फंसाया गया है.”
संजय सिंह ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जेल अधिकारियों ने कानूनी तौर पर केजरीवाल के वकील को जो दस्तावेज मुहैया कराए हैं, वे यह बताने के लिए काफी हैं कि जेल के अंदर उनके साथ किसी भी दिन कोई अप्रिय घटना हो सकती है.
जंतर-मंतर पर इंडिया ब्लॉक की रैली को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ’27 जुलाई को हमने एक घटना में तीन युवाओं को खो दिया. आज 30 जुलाई को उन्हें न्याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन की बजाय, इंडिया गठबंधन के नेता अरविंद केजरीवाल के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं… एक तरफ, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी जैसी विपक्षी पार्टियां संसद में ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना के लिए आप को जिम्मेदार ठहरा रही हैं और दूसरी तरफ वे (विपक्षी दल) उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं… क्या कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता आप से मेयर शैली ओबेरॉय और विधायक दुर्गेश पाठक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे?… उनकी प्राथमिकता देश के लोग नहीं बल्कि पार्टी हित हैं.’