अनूपपुर। अनूपपुर में बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र में बेटे ने संपत्ति के लालच में पांच साल पहले ही बीमार मां को मार दिया। इस मामले का राजफाश तब हुआ जब मां के मृत्यु के बाद बड़ा बेटा मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आवेदन दिया। महिला की मृत्यु के बाद उसका बड़ा बेटा पदुमनारायण पांडेय, अब वास्तविक मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए कभी इस दफ्तर तो कभी उस दफ्तर के चक्कर काट रहा है।
3 जनवरी 2019 को ही जारी कर दिया गया
महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र पहले ही नगर पालिका बिजुरी कार्यालय से 3 जनवरी 2019 को ही जारी कर दिया गया था। इस मामले में महिला के छोटे बेटे पर आरोप है कि उन्होंने जमीन की लालच में अपनी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र नगर पालिका से पहले ही बनवा लिया था।
14 जनवरी 2020 को मुकदमा दर्ज किया
बिजुरी पुलिस ने 14 जनवरी 2020 को मुकदमा दर्ज कर न्यायालय को प्रेषित किया था। मां की मृत्यु के बाद उसका बड़ा बेटा पदुमनारायण पांडेय, अब वास्तविक मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भटकने को मजबूर है। वह कभी इस दफ्तर तो कभी उस दफ्तर के चक्कर काट रहा है।
जीवित रहते मृत्यु प्रमाण पत्र कैसे जारी हुआ?
सवाल उठा कि जब महिला जीवित थी, तो उसका मृत्यु प्रमाण पत्र कैसे जारी कर दिया गया और अब जब वह नहीं रहीं, तो उनके बेटे को प्रमाण पत्र के लिए इस तरह की परेशानियों का सामना क्यों करना पड़ रहा है।
इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
पवन कुमार साहू, मुख्य अधिकारी नगर पालिका।
प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है
बिजुरी नगर पालिका की सिवकलिया पांडेय की मृत्यु 13 फरवरी 2024 को हुई। उनके पुत्र विनोद पांडे ने जमीन जायजाद के लालच में तीन जनवरी 2019 को ही मां के नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया था। प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
नया प्रमाण पत्र जारी नहीं करने की बात कही
बड़ा बेटा पदुमनारायण पांडेय मृत्यु प्रमाण पत्र जारी के लिए नगर पालिका कार्यालय पहुंचा। कर्मी ने चेक करके बताया कि पूर्व में ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। नगर पालिका के अधिकारी कह रहे हैं नया प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा सकता है।