बिलासपुर। सिरगिट्टी क्षेत्र की महिलाओं के स्व सहायता समूह को काम दिलाने का झांसा देकर एक लाख 30 हजार की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत चकरभाठा थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के हरदीकला में रहने वाली मंजू पठारी महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष हैं। उनकी पहचान एक साल पहले शैलेंद्र कुमार रजक से हुई थी।
उसने खुद को भारती महिला शक्ति फाउंडेशन का संस्थापक बताया। उसने अपने अभिकर्ता मनोज मरावी और उसकी पत्नी डिण्डेश्वरी मरावी के माध्यम से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं से संपर्क कर झाडू बनाने का काम करने के लिए कहा। इसके लिए उसने अपनी संस्था के माध्यम से झाडू बनाने का प्रशिक्षण देने की बात कही। प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को कच्चा माल देकर झाडू बनवाने और इसके बदले में उनको मेहनताना देने की बात कही।
जालसाजों की बातों में आकर स्व सहायता समूह की सदस्यों ने मिलकर एक लाख रुपये शैलेंद्र को हाई कोर्ट के पास दे दिए। इस दौरान एक और समूह की महिलाओं ने तीस हजार रुपये दिए। रुपये मिलने के बाद जालसाज गायब हो गए। करीब एक साल गुजर जाने के बाद भी महिलाओं को काम नहीं मिला। ना ही उनके रुपये वापस मिले। महिलाओं ने इसकी शिकायत चकरभाठा थाने में की है। इस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।