रायपुर। राज्य सरकार की महत्वकांक्षी महतारी वंदन योजना से अब तक करीब 80 हजार महिलाओं के नाम हटाए गए हैं। इसमें 47 हजार के नाम मृत्यु की जानकारी मिलने के बाद सूची से बाहर किए गए हैं। इनमें रायपुर के 1,927 नाम शामिल हैं।
बता दें कि कुछ महिलाओं की मृत्यु की जानकारी थोड़ी विलंब से मिलने की वजह से विभाग की ओर से राशि भी जारी की गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों, परियाजना अधिकारी और हितग्राहियों के स्वजन की ओर से मृत्यु होने की जानकारी दी जाती है। अधिकारियों का दावा है कि प्रतिमाह 28 तारीख तक हुई मृत्यु की जानकारी पोर्टल के माध्यम से संकलित करने के बाद नाम सूची से हटाया जाता है।
इन महिलाओं के नाम हटाए गए
- योजना की शरुआत में कुछ महिलाओं ने ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन किया था।
- कुछ महिलाओं के आधार कार्ड दस साल से अधिक पुराने होने के कारण निष्क्रिय थे, जिसकी वजह से उनके नाम हटाए गए हैं।
- कुछ महिलाएं शासकीय सेवा में होने के बाद भी योजना का लाभ ले रही थीं। शिकायत मिलने पर उनके नाम हटाकर राशि वसूली की जा रही है
- संदेहास्पद हितग्राहियों को चिन्हांकित कर उन्हें होल्ड फार इन्क्वायरी में डालकर भुगतान रोका गया है।
अब तक 16 किस्तें हो चुकीं जारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से महतारी वंदन योजना की शुरुआत की थी। 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं के खाते में 1000-1000 रुपये की पहली किस्त जारी हुई थी। इस माह 16वीं किस्त 69.30 लाख महिलाओं को जारी की गई है। भाजपा ने 2023 के चुनाव में योजना के तहत हर माह एक-एक हजार रुपये देने का वादा किया था। इसे मोदी की गारंटी में शामिल किया गया था। सत्ता में आते ही अपना वादा पूरा करते हुए भाजपा सरकार महिलाओं को योजना के तहत राशि दे रही है।
पंजीयन पोर्टल के दोबारा खुलने का इंतजार
प्रदेश में अभी भी लाखों महिलाएं योजना से वंचित हैं, जिन्हें पंजीयन पोर्टल का दोबारा खुलने का इंतजार है। ये महिलाएं पहली बार पंजीयन पोर्टल में आवेदन करने से चूक गई थीं। कुछ ऐसी महिलाओं को भी लाभ नहीं मिल पा रहा है, जो डेढ़ वर्षों में योजना के लिए पात्र हो गई हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और महिला बाल व विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े पंजीयन पोर्टल का दोबारा खोलने की घोषणा भी कर चुके हैं।