ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चाइनीज लोन एप्लिकेशन पर एक्शन लेते हुए देश भर में 22 ठिकानों पर छापेमारी की है. एजेंसी ने PayTM और RazorPay समेत चार पेमेंट गेटवे प्रोवाइड करने वाली कंपनियों के खातों में जमा करोड़ों रुपये फ्रीज किए हैं. एजेंसी ने ये छापेमारी फ्रॉड में शामिल कंपनियों और पेमेंट गेटवे प्रोवाइड करने वाली कंपनियों पर की थी.
ED ने 14 सितंबर को दिल्ली, गाजियाबाद, मुंबई, लखनऊ और गया में फर्जीवाड़े में शामिल कंपनियों पर छापेमारी की और इसके साथ ही दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर और बेंगलुरु में PayTM, RazorPay, Easebuzz और Cashfree समेत बैंकों के दफ्तरों पर छापेमारी की.
लोगों को दिया जा रहा था लालच
एजेंसी ने ये कार्रवाई नगालैंड के कोहिमा में HPZ Token कंपनी के खिलाफ दर्ज मामले के आधार पर की थी. HPZ Token मोबाइल आधारित लोन एप्लिकेशन है जो बिटकॉइन बनाने वाली माइनिंग मशीन में इन्वेस्ट के नाम पर बड़े मुनाफे का लालच दे लोगों को ठग रही थी. इस कंपनी का दावा था कंपनी में इन्वेस्ट करने पर रकम दोगुनी हो जाएगी. सभी पैसे पेमेंट गेटवे के जरिए लिए जा रहे थे और कुछ हिस्सा इन्वेस्टर को देकर बाकी रकम इन पेमेंट गेटवे के जरिये बिटकॉइन में बदल कर दूसरे खातों में ट्रांसफर किये जा रहे थे. यानी लोगों से ठगी की जा रही थी.
कंपनियां कर रही थीं धोखाधड़ी
ED ने जब जांच शुरू की तो पाया HPZ Token को M/s Lillion Technocab Pvt Ltd और M/s Shigoo Technology Pvt Ltd चला रही है. Shigoo का लिंक कई सारी चाइनीज कंपनियों से भी पाया गया जो धोखाधड़ी में शामिल रही हैं. इसके अलावा ऐप आधारित काफी कंपनियों का पता चला जो इसी तरह से गेम या लोन के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कर रही है. ED को शक है कि इन सब कंपनियों के पीछे गुरुग्राम की कंपनी M/s Jilian Consultants India Pvt Ltd है, जिस पर कुछ दिनों पहले SFIO यानी Serious Fraud Investigation Office ने छापेमारी की थी और डायरेक्टर Dortse को बिहार के गया से गिरफ्तार किया था.
विदेश भेज रही थीं पैसा
कंपनी पर आरोप था कि वो चाइनीज कंपनियों के साथ मिलकर यहां पर लोगों को ठग रही है और पैसों को डायवर्ट कर विदेश भेज रही है. इसके अलावा Dortse ने फर्जी दस्तावेज बनवा रखे थे, जिसमें खुद को हिमाचल के मंडी का रहने वाले बताया और उसी के आधार पर भारत में कंपनी रजिस्टर्ड करवाई.
इसने अपनी कंपनी में कई सारे फर्जी डायरेक्टर रख रखे थे जिन्हें ये पैसे देता था और उनके नाम पर खुद ही सब कुछ मैनेज कर रहा था. SFIO की जांच में पाया गया था कि Dortse भारत में फर्जी चीनी कंपनियों को चला रहा है और उनके जरिये पैसों को डायवर्ट कर विदेशों में भेज रहा है.
ईडी ने फ्रीज किए खाते
ED ने भी इस छापेमारी के दौरान जांच ये जुड़े कई सारे अहम दस्तावेज बरामद किए और पेमेंट गेटवे के खातों में जमा 46.67 करोड़ रुपये फ्रीज किए, जिसमें Easebuzz Pvt Ltd के पुणे में 33.36 करोड़, Razorpay Software Pvt Ltd के बेंगलुरु में 8.21 करोड़, Cashfree Payment Pvt Ltd के बेंगलुरु में 1.28 करोड़, और PayTM Payments Service Ltd के दिल्ली में 1.11 करोड़ रुपये शामिल हैं.