किंग चार्ल्स तृतीय ने ब्रिटेन के महाराजा के रूप में ली शपथ

लंदन. ब्रिटेन के महाराजा किंग चार्ल्स तृतीय का अब से कुछ ही देर में राज्याभिषेक किया जाएगा. का पहला चरण शुरू हो गया है. वह अपनी पत्नी क्वीन कैमिला के साथ शाही बग्घी डायमंड जुबली में सवार होकर  मध्य लंदन स्थित ऐतिहासिक शाही गिरजाघर वेस्टमिंस्टर एबे के लिए रवाना हुए. इस दौरान सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में खड़े लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया.

इस मौके पर वेस्टमिंस्टर एबे में संगीतमय माहौल के बीच दुनिया के कोने-कोने से कई मेहमान पहुंचे. एबे के बाहर कतारबद्ध खड़े सेना के जवानों शाही परिवार के सदस्यों और विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत किया.

राज्याभिषेक के मौके पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने बाइबिल पाठ किया

कैंटरबरी के आर्कबिशप द्वारा की गई प्रार्थना के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने निर्धारित परंपरा के अनुसार ‘कुलुस्सियों की बाइबिल’ पुस्तक से संदेश पढ़ा. सुनक भारतीय विरासत के ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री और एक धर्मनिष्ठ हिंदू हैं. बाइबिल संबंधी संदेश के साथ उनके संबोधन से छह मई को वेस्टमिंस्टर एब्बे में ईसाई समारोह के लिए बहु-धार्मिक विषय की गूंज सुनाई दी.

किंग चार्ल्स तृतीय ने ब्रिटेन के महाराजा के रूप में ली शपथ
किंग चार्ल्स ने ब्रिटेन के महाराजा के रूप में शनिवार शाम शपथ ग्रहण की. किंग चार्ल्स तृतीय ने शपथ लेते हुए कहा, ‘मैं, चार्ल्स, परमेश्वर की उपस्थिति में सत्यनिष्ठा और ईमानदारी से यह स्वीकार करता हू, गवाही देता हू, और घोषणा करता हूं कि मैं एक विश्वासयोग्य प्रोटेस्टेंट हूं, और यह कि मैं उन अधिनियमों के सच्चे इरादे के अनुसार काम करूंगा जो सिंहासन पर प्रोटेस्टेंट उत्तराधिकार को सुरक्षित करते हैं और कानून के अनुसार अपनी सर्वोत्तम शक्तियों के तहत उक्त अधिनियमों को बनाए रखूंगा.

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो और उनकी पत्नी सोफी ट्रूडो पैदल चलकर वेस्टमिंस्टर एबे पहुंचे. इसके अलावा प्रिंस हैरी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ती भी वेस्टमिंस्टर एबे पहुंच चुके हैं.

मध्य लंदन स्थित ऐतिहासिक शाही गिरजाघर वेस्टमिंस्टर एबे में किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक के मौके पर संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किए गए.

Musicians Perform at Westminster Abbey Ahead of Coronation

ब्रिटेन के महाराजा किंग चार्ल्स तृतीय अपनी पत्नी क्वीन कैमिला के साथ राज्याभिषेक के लिए शाही गिरजाघर वेस्टमिंस्टर एबे के लिए रवाना हुए.

King Charles III, Queen Camilla Starts Their Journey to Westminster Abbey
चार्ल्स III को शनिवार शाम एक हजार साल से भी अधिक समय से चली आ रही परंपरा के अनुसार एक ईसाई समारोह में राजा का ताज पहनाया जाएगा. ब्रिटिश सम्राट का यह राज्याभिषेक एक प्रतीकात्मक धार्मिक समारोह है, जिसमें पादरी सम्राट के सिर पर वास्तव में ताज रखकर उनकी औपचारिक ताजपोशी करते हैं. इसके साथ ही किंग चार्ल्स तृतीय औपचारिक रूप से चर्च ऑफ इंग्लैंड के प्रमुख बन जाएंगे और उन्हें इससे जुड़ी उपाधि के अलावा कई अधिकार प्राप्त होते हैं.

शाही परंपरा के अनुसार एबे में राज्याभिषेक के विभिन्न चरणों के दौरान पारंपरिक गद्दियों और सिंहासनों का उपयोग किया जाता है. राज्याभिषेक के दौरान किंग चार्ल्स और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला अलग-अलग क्षणों में ‘सेंट एडवर्ड्स चेयर’, ‘चेयर्स ऑफ स्टेट’ और ‘थ्रोन चेयर्स’ पर बैठेंगे. ‘थ्रोन चेयर्स’ का इस्तेमाल 12 मई, 1937 को किंग जॉर्ज षष्टम और महारानी एलिजाबेथ के राज्याभिषेक के लिए किया गया था.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ब्रिटेन के नए महाराज चार्ल्स तृतीय के औपचारिक राज्याभिषेक समारोह में शामिल होने के लिए शुक्रवार को लंदन पहुंचे. उन्होंने राज्याभिषेक समारोह से पहले चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की.

इसके अलावा अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन शनिवार को वेस्टमिंस्टर एबे में होने वाले महाराजा चार्ल्स तृतीय के ऐतिहासिक राज्याभिषेक समारोह में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को लंदन पहुंचीं. प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने उनका स्वागत किया.

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