कर चोरी की आशंका में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने गुरुवार सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप पर छापा मारा। यह कार्रवाई कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ की गई। पीयूष जैन ने एक माह पहले समाजवादी नाम से इत्र भी लांच किया था। अधिकारियों ने मौके से दस्तावेज और नकदी जब्त की है। सूत्रों के मुताबिक, अभी तक 150 करोड़ रुपये की कर चोरी के सुबूत हाथ लगे हैं। मुखौटा कंपनियों के जरिये 100 करोड़ रुपये से अधिक का लोन लेने की भी बात सामने आई है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं। वर्तमान में जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं। ये सपा के एक नेता के करीबी भी हैं।
कन्नौज में इनकी इत्र की फैक्ट्री, कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप है। इत्र कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में है और वहां एक घर भी है। गुरुवार सुबह मुंबई की एक टीम कानपुर के अधिकारियों के साथ आनंदपुरी स्थित घर पहुंची। टीम अपने साथ नोट गिनने वाली चार मशीनें लाई थी।
परिवार के लोगों से घर में बंद कर पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि कन्नौज स्थित फैक्ट्री से इत्र मुंबई जाता है। यहां से इत्र पूरे देश और विदेश में बेचा जाता है। पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं, जिसमें दो सऊदी अरब, दो देश के पूर्वी राज्यों में हैं।
समाजवादी इत्र की लांचिंग में पहुंचे थे अखिलेश
पीयूष जैन ने एक माह पहले समाजवादी इत्र की लांचिंग लखनऊ में की थी। यह लांचिंग समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों की गई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि 2022 के चुनावों को देखते हुए यह इत्र 22 फूलों से बनाया गया है।
इसकी खुशबू देश ही नहीं, विदेश तक फैलेगी। लांचिंग के समय सपा एमएलसी पम्पी जैन ने कहा था कि यह इत्र ऐसा है, जिसके इस्तेमाल से समाजवाद की खुशबू आएगी और 2022 में नफरत खत्म कर सभी में प्रेम बढ़ाएगी।