मंडला। कान्हा टाइगर रिजर्व में एक 2-3 साल की बाघिन की मौत हो गई है। कर्मचारियों को गश्ती के दौरान पार्क के कान्हा परिक्षेत्र के खमेरपानी बीट के कक्ष क्रमांक 148 में बाघिन का शव मिला है। जो एक से दो दिन पुराना बताया जा रहा है। शव पर बाघ द्वारा मारने के निशान सिर, गले और पैरों पर पाए गए। आपसी लड़ाई में मौत की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कान्हा टाईगर रिजर्व, मंडला के कोर जोन के अंतर्गत कान्हा परिक्षेत्र के खमेरपानी बीट के कक्ष क्रमांक 148 में 17 जनवरी को कर्मचारियों की गश्ती के दौरान मृत वन्यप्राणी मादा बाघ का शव मिला। इसकी जानकारी कान्हा के उच्चाधिकारियों को दी गई। कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक और उप संचालक ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया।
17 जनवरी को मृत मादा बाघ का शव परीक्षण किया गया। जिसके बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली प्रोटोकाल के अनुसार कान्हा टाइगर रिजर्व और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में शव का परीक्षण कर आवश्यक अवयव फोरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखकर संपूर्ण अवशेष को जलाकर नष्ट किया गया। प्रथम दृष्टया बाघ की मृत्यु का कारण अन्य बाघ के साथ आपसी लड़ाई प्रतीत होता है।