कवर्धा। बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रदेश सरकार से साल में एक दिन नवधा रामायण दिवस मनाए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के लोग हिन्दू धर्म के बारे में जानेंगे और गांव-गांव में हो रहा धर्मांतरण रुकेगा. इसके साथ सनातनी धर्म का प्रचार-प्रसार होगा.
कवर्धा में हनुमंत कथा के समापन के बाद रायपुर लौटते समय पंडित धीरेंद्र शास्त्री पंडरिया विधायक भावना बोहरा के गृह ग्राम रणवीरपुर पहुंचे. विधायक भावना बोहरा और ग्रामीणों ने इस दौरान पंडित धीरेन्द शास्त्री का जोरदार स्वागत कर आशीर्वाद लिया. इस अवसर पर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री घंटेभर बड़े रोचक तरीके से हनुमंत कथा के माध्यम से हनुमान जी की विशेषताएं बताई, और सभी सनातनी हिन्दुओं को हनुमान जी से जुड़ने का उपाय बताया.
हनुमंत कथा के बाद पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सनातनी है. हिन्दू धर्म के प्रति अच्छा सोच है, और बेहतर काम कर रही है. छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है, यहां माता शबरी और माता कौशिल्या की आशीर्वाद प्राप्त है. यहां के गांव-गांव में नवधा रामायण का आयोजन होता है.
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि जिस तरह से दूसरे धर्म के लोग शुक्रवार और रविवार को इकठ्ठे होकर मस्जिद- चर्च में प्रार्थना करते हैं, वैसे ही सभी हिन्दुओं को हर मंगलवार को हनुमान मंदिर में इकठ्ठे होकर हनुमान चालीसा की पाठ करना चहिए, और सभी हिन्दुओं को सनातन धर्म के प्रति एक हो जाना चाहिए.
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने नवधा रामायण दिवस मनाने की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मैं जन प्रतिनिधि हूं, और विधानसभा में प्रदेश में एक दिन नवधा रामायण दिवस मनाने की मांग सरकार के समक्ष रखूंगी, जिससे प्रदेश में घरों-घर भगवा ध्वज लहराए.