लखनऊ. पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य कि समाजवादी पार्टी के साथ रिश्तों का अंत हो गया है. महासचिव पद छोड़ने के बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने एमएलसी पद से भी त्यागपत्र दे दिया है. अखिलेश यादव को लिखे पत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को जमकर कोसा है.
अखिलेश यादव को भेजे अपने त्याग पत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा, ” आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ. लेकिन 12 फरवरी को हुई वार्ता और 13 फ़रवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता की पहल न करने के फलस्वरूप मैं पार्टी की सदस्य्ता से भी इस्तीफा देता हूं.” दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने 13 फ़रवरी को राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया था. लेकिन अखिलेश यादव की तरफ से इस इस्तीफे को लेकर कोई बातचीत की पहल नहीं की गई. इसलिए उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्य्ता से भी इस्तीफा दे दिया है,
बनाएंगे अपनी पार्टी?
अब चर्चा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य अब किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे. 22 फ़रवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी नई पार्टी कीघोषणा कर सकते हैं. सोमवार को सोशल मीडिया पर स्वामी प्रसाद मौर्य की नई पार्टी और जहन्दे की तस्वीर भी वायरल हुई थी. जानकारी के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य की नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी होगा. गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य 5 बार के विधायक रहे हैं. वे मायावती और योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री भी रहे. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वे समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. हालांकि वे 2022 का चुनाव हार गए थे. उसके बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाकर विधान परिषद भेजा था.