कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा की अभद्र टिप्पणी के चार दिन बाद युवा कांग्रेस ने मोर्चा खोला है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र कोको पाढी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को रायपुर में प्रदर्शन किया।
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर बाद रायपुर के राजीव गांधी चौक पर इकट्ठा हुए। वहां उन्होंने हाथों से नारे लिखे पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। बाद में कार्यकर्ताओं ने हिमंत बिश्व शर्मा का पुतला फूंका। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा और हिमंत बिश्व शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोको पाढ़ी ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने राजनीति में सुचिता का बहिष्कार कर दिया है। हिमन्त बिश्व शर्मा के इस निकृष्ट बयान और इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की चुप्पी इस बात को स्पष्ट करती है कि इन बयानों में उनकी भी पूर्ण सहमति है।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, भाजपा अब स्तरहीन राजनीति की ध्वजवाहक बन गई है। उसका मूलमंत्र दूसरों पर कीचड़ उछालकर अपनी नाकामियों को छुपाना हो गया है। दरअसल भाजपा के नेता अपनी ही नाकामियों से झल्लाने लगे हैं और इस तरह की बयानबाजी करने लगे हैं। इससे यह बात साफ है कि अब भाजपा के पतन की शुरुआत हो चुकी है। प्रदर्शन करने वालों में युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सजमन बाघ, रेणु मिश्रा, प्रभारी महासचिव अशरफ हुसैन, महासचिव मोहम्मद अजहर, आकाशदीप शर्मा, विधि नामदेव, गुलजेब अहमद, अभिजीत तिवारी, आशीष द्विवेदी, इंदु वर्मा आदि शामिल थे।
शर्मा के इस बयान पर भड़की है कांग्रेस
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा ने 11 फरवरी को उत्तराखंड के किच्छा में आयोजित चुनावी जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भद्दी टिप्पणी की थी। शर्मा ने उस दिन कहा, राहुल गांधी देश की सेना पर विश्वास नहीं करते तभी बार-बार जवानों द्वारा किए गए कामों को लेकर सबूत मांगते हैं। क्या कभी राहुल गांधी से किसी ने सबूत मांगे हैं कि वह राजीव गांधी के बेटे हैं कि नहीं।