AAP पर तंज, कांग्रेस पर तरस और स्टूडेंट्स को सलाह; गुजरात में अमित शाह ने भरी हुंकार

 

नई दिल्ली: गुजरात में 1 दिसंबर को पहले चरण की वोटिंग से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हुंकार भरी और आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि शायद नतीजों के बाद जीतने वाले उम्मीदवारों की सूची में आप का नाम भी न हो. वहीं, उन्होंने कांग्रेस को अब भी गुजरात में मुख्य विपक्षी पार्टी माना. समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने शिक्षा पर जोर देकर कहा कि राज्यों को देश की प्रतिभा के संपूर्ण इस्तेमाल के लिए तकनीक, कानून और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में मातृ भाषा में शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की चुनौती को तवज्जो न देते हुए दावा किया कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी शायद अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई द्वारा कट्टरपंथ विरोधी प्रकोष्ठ स्थापित करने की घोषणा एक अच्छी पहल है, जिस पर केंद्र और अन्य राज्य विचार कर सकते हैं.

अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान गुजरात के सर्वांगीण विकास और शून्य तुष्टिकरण नीति को लागू किए जाने के कदम को पिछले 27 वर्षों में लोगों द्वारा बार-बार भाजपा पर विश्वास जताने का मुख्य कारण बताया. उन्होंने कहा, ‘गुजरात में भाजपा अभूतपूर्व जीत दर्ज करेगी. लोगों को हमारी पार्टी और हमारे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है.’

गुजरात विधानसभा चुनाव में ‘आप’ की दस्तक के सवाल पर शाह ने कहा, ‘हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे पार्टी को स्वीकार करते हैं या नहीं. ‘उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों के दिमाग में ‘आप’ कहीं नहीं ठहरती है. चुनाव नतीजों का इंतजार कीजिए, शायद ‘आप’ उम्मीदवारों का नाम सफल उम्मीदवारों की सूची में आए ही नहीं.

कांग्रेस गुजरात में भाजपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पार्टी रही है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ ने मोदी के गृह राज्य में एक आक्रामक प्रचार अभियान चलाया है. कांग्रेस से मिल रही चुनौती पर अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस अब भी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन वह राष्ट्रीय स्तर पर संकट के दौर से गुजर रही है और इसका असर गुजरात में भी दिख रहा है.’ तो चलिए जानते हैं अमित शाह ने इंटरव्यू में क्या-क्या कहा है.

अमित शाह के इंटरव्यू की खास बातें

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के अलावा समग्र विकास और शून्य तुष्टिकरण नीति गुजरात में भााजपा की सबसे बड़ी ताकत हैं.
-गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार करें, संभव है ‘आप’ उम्मीदवारों का नाम विजयी उम्मीदवारों की सूची में न मिले.
-गुजरात में कांग्रेस अब भी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन यह देशभर में संकट का सामना कर रही है और राज्य में भी इसका असर दिख रहा है.
-छात्रों से अनुरोध है कि वे भारत के वास्तविक इतिहास का अध्ययन करें और ‘लोगों के नेताओं’ और साम्राज्यों के बारे में शोध करें जिन्हें इतिहासकारों ने उचित सम्मान नहीं दिया.
-राज्यों को देश की प्रतिभा के संपूर्ण इस्तेमाल के लिए तकनीक, कानून और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में मातृ भाषा में शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए.

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