तिरुवनंतपुरम। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुधवार को जी20 हेल्थ वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक में भाषण दिया और अपने संबोधन में कहा कि जी20 की थीम वैश्विक भाईचारे या ‘वसुधैव कुटुंबकम’ पर आधारित है। मुरलीधरन ने कहा, यह हमें एक स्वस्थ कल की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है और दुनिया को एक परिवार के रूप में देखने का नजरिया देता है। यह मानव हित में है कि हमें भविष्य में किसी भी हेल्थ इमरजेंसी के लिए तैयार रहना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 3,000 साल पहले, भारत के एक महान कवि कनियन पूंगुंदरनार ने तमिल में लिखा था, याधुम ओरे यावरुम कैलीर.। इसका अर्थ है ‘हम सभी जगहों और सभी से संबंधित हैं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीमाओं से परे अपनेपन की भावना को जोड़ना भारत के लिए अद्वितीय है। इतिहास की पड़ताल करते हुए, उन्होंने बताया कि आजादी से पहले भी, केरल में एक मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य परंपरा थी। मुरलीधरन ने कहा, 1813 में, त्रावणकोर की रानी गौरी लक्ष्मी बाई द्वारा तिरुवनंतपुरम में एक टीकाकरण विभाग की स्थापना की गई थी। यह चेचक के खिलाफ था। टीकाकरण को लेकर लोगों में डर था, लेकिन रानी ने आश्वस्त कर सभी को टीका लगवाकर एक मिसाल कायम की।