फूल-पत्तियों की महक एवं रंगत लिए ये प्राकृतिक गुलाल हैं इको फेन्ड्रली
कलेक्टर ने समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए की हर्बल गुलाल एवं जैविक पौध संरक्षण औषधि ब्रम्हास्त्र तथा प्राकृतिक बीजोपचारक बीजामृत की खरीदी
राजनांदगांव। होली के उल्लास भरे पर्व पर बिहान के स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए हर्बल गुलाल के रंगो की छटा बिखरेगी। छुरिया विकासखंड के ग्राम गुण्डरदेही की गुलाब एवं ज्योति स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बनाए हैं गुलाब से गुलाबी, गेंदा से पीला और पलास से नारंगी तथा नीम से हरे रंग के हर्बल गुलाल फूल-पत्तियों की महक एवं रंगत लिये प्राकृतिक गुलाल इको फें्रडली है। कलेक्टर डोमन सिंह ने समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में हर्बल गुलाल की खरीदी की।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहां कि होली के पर्व पर रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से दूर रहते हुए अपने परिजनों एवं स्वजनों के साथ हर्बल गुलाल के साथ होली खेलें। रासायनिक रंगों से आंखों एवं त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। हर्बल रंग प्राकृतिक रंग है जो ईको फ्रेंडली है, इनका अधिक से अधिक उपयोग करें। उन्होंने जैविक पौध संरक्षण औषधि ब्रम्हास्त्र तथा प्राकृतिक बीजोपचारक बीजामृत की खरीदी की।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, वन मंडलाधिकारी श्रीमती सलमा फारूकी, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा, संयुक्त कलेक्टर अभिषेक गुप्ता, एसडीएम अरूण वर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों ने हर्बल गुलाल एवं जैविक पौध संरक्षण औषधि ब्रम्हास्त्र तथा प्राकृतिक बीजोपचारक बीजामृत की खरीदी की।