रायपुर। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान गुरुवार को शून्यकाल में विधानसभा घेराव के दौरान नेता और कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस फेंकने और लाठी चार्ज करने पर भाजपा स्थगन लेकर आई. आसंदी ने स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य किया, लेकिन भाजपा स्थगन पर चर्चा के लिए अड़ी रही. सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. शोरगुल के बीच सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.
भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि गंभीर मुद्दे पीएम आवास को लेकर घेराव कर रहे थे, लेकिन नेताओं पर लाठीचार्ज किया गया. विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कार्यकर्ताओं पर मिर्ची बम फेंका गया, नेताओं पर बर्बरता पूर्वक कार्रवाई की गई. विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस अगर चाहती है कि हम दमन करके भाजपा को दबा देंगे, तो इनसे भाजपा डरने वाली नहीं है. विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि पुलिस द्वारा जिस प्रकार की कार्रवाई की गई, हमारे कई नेता आज भी अस्पताल में भर्ती हैं. विधायक रंजना साहू ने कहा कि गरीबों से नफरत करने वाली सरकार है, सरकार ने राजधर्म नहीं निभाया. महिलाओं पर लाठीचार्ज की कोशिश की गई.
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में कभी ऐसी घटना हुई हो याद नहीं. वंचितों को पीएम आवास देने की मांग हो रही थी, पर हितग्राहियों पर भी कार्रवाई हुई. नेताप्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि 16 लाख लोगों को आवास देना था, जिसका आक्रोश फूटा और वंचित लोग राजधानी पहुंचे, लेकिन उनके साथ दमनकारी नीति अपनाई गई.