बिहार। बिहार के नवादा जिले में बगीचे और बधार में बैठकर भोले-भाले लोगों को लक्की ड्रा का झांसा देकर ठगने वाले अंतरजिला गिरोह के 20 साइबर शातिरों को पुलिस ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इनमें किसान, मजदूर और स्कूली छात्र शामिल हैं। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के गोसपुर गांव के बगीचे व टाटी मीर बिगहा गांव के बधार में छापेमारी कर इन्हें दबोचा गया। इन अपराधियों के पास से 25 मोबाइल, 115 पेज कस्टमर डाटा व 22 नोटबुक बरामद किये गये। ठगों में नवादा के अलावा गया, नालंदा, शेखपुरा व जमुई जिले के हैं। रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ ने बताया कि छापे के दौरान कई अपराधी भाग निकले। लकी ड्रॉ निकलने व धनी फाइनेंस से लोन दिलाने के नाम पर उपभोक्ताओं को फोन कर ठगी की जा रही थी।
लोगों को झांसा देकर ठगने वाले अंतरजिला गिरोह के 20 साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ये बागीचे और बधार में ग्रुप बनाकर बैठते थे और लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे। गिरफ्तार किये गये आरोपितों में किसान, मजदूर और स्कूली छात्र हैं। अधिकांश औसत आय वर्ग के लोग हैं। इनमें से अधिकांश किसान व मजदूर उद्यमी वर्ग के बताये जाते हैं। वहीं कुछ छात्र भी इस गिरोह में शामिल हैं। अधिकांश गरीबी व बेरोजगारी के मार से त्रस्त हैं। चंद दिनों में करोड़पति बनने की लालच इन्हें इस राह पर ले आया और ये लोग साइबर अपराधी बन गये। मदन सिंह का बेटा प्रवीण कुमार मैट्रिक पास है व खेती करता है। दीपक की मिठाई दुकान है। संजय बढ़ई मिस्त्री का काम करता है।
नवीन और अमित खेती करते हैं। अमित सब्जी विक्रेता है। दिलखुश पढ़ा-लिखा नहीं है और खेती करता है। वहीं उसका भाई मनखुश मैट्रिक पास है। आकेष व संजय खेती करते हैं। जबकि दीपक समेत कई अन्य युवक बेरोजगार हैं। सर्वजीत बीए पार्ट थर्ड का छात्र बताया जाता है। पूजन बीएससी का छात्र है। इसके अलावा चार किशोर आठवीं से 10 वीं कक्षा के छात्र बताये जाते हैं। सोनू बिहारी ई-रिक्शा चालक है और बबलू बाइक का मिस्त्री है। कहीं न कहीं असंतोष, गरीबी और चंद दिनों में करोड़पति बनने की ख्वाहिश ने इन्हें साइबर अपराध के दलदल में धकेल दिया है। पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने कहा कि नवादा पुलिस साइबर अपराधियों के विरुद्ध लगातार अभियान चला रही है। 20 अपराधियों को मोबाइल व धोखाधड़ी में प्रयुक्त सामान के साथ गिरफ्तार किया गया है।
भाग निकले अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ व थानाध्यक्ष के अलावा वारिसलीगंज के एएसएचओ राजू कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी के नेतृत्व में की गयी छापेमारी में वारिसलीगंज थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा, वारिसलीगंज थाना की बज्रा टीम व स्वॉट टीम के अधिकारी व जवान शामिल थे। आरोपितों में चार किशोर हें, जिनकी 16-17 साल के करीब हैं। इनमें से दो नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र, एक गया जिले के रामपुर थाना क्षेत्र व एक नालंदा जिले के कतरी सराय थाना क्षेत्र का रहने वाले बताये जाते हैं। पुलिस इन्हें किशोर न्यायालय भेजे जाने की तैयारी कर रही है।
गिरफ्तार आरोपितों में नवादा जिले के वारिसलीगंज के मदन प्रसाद सिंह का बेटा प्रवीण कुमार (38), गोसपुर के संजय मिस्त्री (40), गोसपुर के अमित कुमार (36), गोसपुर के अमित कुमार (26), शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना गोपाल कुमार (33), वारिसलीगंज के गोसपुर के मनखुश कुमार (20) व दिलखुश कुमार (24), शेखपुरा सदर थाना क्षेत्र के कोसरा निवासी संजय कुमार (40), नवादा के शाहपुर दीपक कुमार (21), शेखपुरा जिले के कुसुम्भा थाना क्षेत्र के कोसरा गांव के आकेष कुमार (25), वारिसलीगंज नवीन सिंह (45), वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के टांटी मीर बिगहा गांव के बबलू कुमार (20), टांटी मीर बिगहा के सर्वजीत कुमार (23), पूजन कुमार (29), नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव के सोनू बिहारी (20) व जमुई जिले के लछुआर थाना क्षेत्र के बलडा गांव के गणेश तांती का बेटा दीपक कुमार तांती (32) शामिल हैं।