नई दिल्ली. युद्ध, महंगाई और महामारी से प्रभावित दुनिया में जहां अरबपतियों की संख्य घट रही, वहीं भारत में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. बड़ा बाजार और भरोसेमंद निवेशकों के बलबूते 2023 में भारत ने 16 नए अरबपति पैदा किए. दुनिया की ओर देखें तो इस दौरान अरबपतियों की संख्या में 8 फीसदी की गिरावट आई है. हुरून रिच लिस्ट 2023 (Hurun Rich List 2023) में शामिल भारत के 16 नए चेहरों में रेखा झुनझुनवाला टॉप पर हैं.
हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट (Hurun Global Rich) में भारत नए अरबपति पैदा करने के मामले में 3 स्थान पर रहा है. इस दौरान दुनियाभर में कुल 176 अरबपति पैदा हुए. ये भी 18 देशों के 99 शहरों से ताल्लुक रखते हैं. इनमें भारत के भी 16 अरबपति शामिल हैं. स्टॉक मार्केट (Stock Market) टाइकून रहे राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला इस लिस्ट में टॉप पर हैं. यानी नए शामिल हुए अरबपतियों की लिस्ट में उनकी संपत्ति सबसे ज्यादा है. राकेश झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार का वॉरेन बफे कहा जाता है.
5 साल में 30 लाख करोड़ रुपये कमाए
भारतीय अरबपतियों की पूंजी बीते 5 वर्षों में काफी ज्यादा बढ़ गई है. इस दौरान भारत के सभी अरबपतियों ने मिलकर 360 अरब डॉलर यानी करीब 30 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं. हुरून की रिपोर्ट दावा करती है कि यह हांगकांग (Hong Kong) की सकल घरेलू आय (GDP) जितनी राशि है. रिपोर्ट यह भी बताती है कि बीते 5 साल में देसी कारोबारी यानी स्थानीय अरबपतियों की संख्या इमिग्रेंट से ज्यादा बढ़ी है. इसका मतलब हुआ कि छोटे-छोटे शहरों से नए-नए आइडियाज और स्टार्टअप्स बिजनेस के क्षेत्र में झंडे गाड़ रहे और अरबों की कंपनियां पैदा हो रही हैं.
दुनिया में घट गई संख्या
ग्लोबल लेवल पर देखें तो अरबपतियों की संख्या में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. हुरून ने साल 2022 की लिस्ट में दुनियाभर में 3,384 अरबपति बताया था, जो 2023 की लिस्ट में घटकर 3,112 रह गई है. यह करीब 8 फीसदी की गिरावट है. ये सभी अरबपति दुनिया के 69 देशों के हैं और 2,356 कंपनियों के मालिक हैं.