कोविड-19 से लड़ाई का यह तीसरा साल है और पूरी दुनिया इस महामारी को हराने के लिए जूझ रही है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा है कि इस वैश्विक महामारी को हराने के लिए जरूरी है कि हम असमानता को हरा दें। अगर ऐसा कर सके तो इस वैश्विक महामारी को हराया जा सकता है।
असमानता को हरा दें तो महामारी हार जाएगी
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा है कि अगर हम असमानता को हरा दें तब यह महामारी भी हार जाएगी। घेबरेयेसस ने कहा कि कोई भी देश इस महामारी से अछूता नहीं है। हमारे पास कई ऐसे हथियार हैं जिससे हम इससे बचाव और इसका सामना कर सकते हैं। अगर हम असामनता को हरा दें तो मुझे विश्वास है कि हम इस बीमारी को हरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम कोविड-19 महामारी के तीसरे साल में प्रवेश कर चुके हैं। मुझे विश्वास है कि अगर हम एक साथ रहें तो यह इस महामारी का अंतिम साल होगा।
हर तरह का इलाज हुआ प्रभावित
टेड्रोस ने कहा कि कोविड-19 ने ना सिर्फ लोगों के स्वास्थ्य की चिंता बढ़ाई है बल्कि कई लोगों का रूटीन टीकाकरण, परिवार की योजनाएं भी इससे प्रभावित हुई हैं। इससे हर तरह के रोगों का इलाज भी प्रभावित हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया की पहली मलेरिया वैक्सीन लॉन्च की है। अगर इस वैक्सीन को पूरे विश्व में इस्तेमाल किया गया, तो इससे हर साल हजारों जिंदगियां बच जाएंगी।
ट्रेडोस ने बताया कि भविष्य में इस तरह के संक्रमण और महामारी को रोकने के लिए हमने डब्ल्यूएचओ बायोहब सिस्टम शुरू किया है। एपिडेमिक और पैनडेमिक इंटेलिजेंस का हब बर्लिन में खोला गया है। उन्होंने कहा कि हमें एक साथ मिलकर कोविड-19 से लड़ना होगा। 70 फीसदी वैश्विक वैक्सीनेशन इस दिशा में अहम कदम होगा।