भिलाई। अधिक मुनाफा कमाने की चाहत में दुर्ग के एक शेयर ट्रेडिंग व्यवसायी को भारी नुकसान उठाना पड़ा। अंजान व्हाट्सएप नंबर से मिले एक लिंक के जरिए वह एक फर्जी ट्रेडिंग वेबसाइट से जुड़ गया और धीरे-धीरे कर 41,52,500 रुपये की ठगी का शिकार हो गया। पीड़ित मयंकपुरी गोस्वामी (34), निवासी विद्युत नगर दुर्ग, ने पद्मनाभपुर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी अनजान लिंक या व्यक्ति से मिली निवेश संबंधित जानकारी पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल या ऐप में पैसा लगाने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच अवश्य करें।
ऐसे हुआ ठगी का खेल
मयंकपुरी गोस्वामी का जीरोधा में ट्रेडिंग खाता है और वह शेयर बाजार में सक्रिय हैं। कुछ दिन पहले उनके व्हाट्सएप पर रिया गुप्ता नाम की एक महिला के नाम से मैसेज आया, जिसमें एक ट्रेडिंग वेबसाइट से जुड़ने का ऑफर दिया गया। लिंक के जरिए उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया और शुरुआती निवेश पर मुनाफा दिखाया गया, जिससे उनका भरोसा बन गया। जब मयंक ने 47,000 डॉलर (लगभग 40 लाख रुपये) निकालने के लिए रिक्वेस्ट की, तो उन्हें बताया गया कि खाते को होल्ड कर दिया गया है और निकासी के लिए 100 प्रतिशत वेरिफिकेशन फीस जमा करनी होगी। इसके बाद मयंक को अहसास हुआ कि उनके साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। ठग द्वारा प्रयोग किया गया व्हाट्सएप नंबर भी बंद हो गया।
पुलिस कर रही जांच
पद्मनाभपुर पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। पुलिस साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।
इस तरह रुपये लिए और दिए गए
- पहली ट्रेडिंग : 16 मई को 42,500 रुपये ट्रांसफर किए गए। कुछ ही समय में खाते में बैलेंस और 99.9 डॉलर का मुनाफा दिखाया गया, जिसमें से 99 डॉलर निकालने पर 8,415 रुपये उनके खाते में आए।