BSF जवान का अल्पायु में निधन पर साहित्य प्रकोष्ठ ने जताया शोक

 

अपनी मेहनत से क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए थे : युवराज

राजनांदगांव(दैनिक पहुना)। सुरगी के समीपस्थ ग्राम आरला निवासी बीएसएफ जवान युवराज साहू का अल्पायु में ही गुजर जाने से सब हैरान है. वे मात्र 29 वर्ष के थे और विगत दो वर्ष से देश सेवा में लगे हुए थे. वे इस मुकाम पर अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के बल पर पहुंचा था. वे आरला के खेल मैदान में कुछ मित्रों के साथ सेना में जाने के लिए खूब पसीना बहाते थे और वो दिन भी आया जब वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर बीएसएफ में नौकरी प्राप्त कर ली. इस बीच वे कड़ी ट्रेनिंग से गुजरे और अपनी काबिलियत भी सिद्ध की. मेहनती युवराज लंबे समय तक देश सेवा के लिए बेताब थे पर होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. इस बीच जवान युवराज अस्वस्थ हो गए . दिल्ली के मेट्रो और एम्स हास्पिटल में उनका इलाज चला लेकिन स्वास्थ्य में पूर्णत: सुधार नहीं हो पाया और इस प्रकार आसमान छूने को बेताब युवराज कम उम्र में ही बीमारी से जिंदगी की जंग हार गया।
जिला साहू संघ से संबद्ध साहित्य प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने स्व.युवराज के पिता हेमनाथ साहू और परिजनों से मिल कर संवेदनाएं व्यक्त की. साहित्य प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ओमप्रकाश साहू अंकुर, जिला सचिव लखन लाल साहू लहर, मीडिया प्रभारी कुलेश्वर दास साहू और कार्यकारिणी सदस्य डोहर दास साहू, जिला साहू संघ के मीडिया प्रभारी रूपेन्द्र कुमार साहू ने मृतात्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस विपदा को सहने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की. साहित्य प्रकोष्ठ ने युवराज के आकस्मिक निधन को अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि एक युवा जिसको लंबी उड़ान भरना था उनका अल्पायु में ही चले जाना घर वालों के साथ ही गांववासियों और क्षेत्र वासियों के लिए एक अघात है और खास कर युवा वर्ग के लिए बहुत ही बड़ी क्षति है. क्योंकि वे अपनी मेहनत से क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए थे. वीदित हो कि 28 नवंबर को उनके गृह ग्राम आरला में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पूरा जन समूह अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े थे. सभी की आंखें जवान की अंतिम बिदाई में नम हो गए।

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